105 साल के मरीज का बदला कूल्‍हा

105 साल के मरीज का बदला  कूल्‍हा

सेहतराग टीम

आम तौर पर किसी भी बीमारी में ज्‍यादा उम्र वाले मरीजों का ऑपरेशन करने से डॉक्‍टर परहेज करते हैं। किसी बड़े ऑपरेशन की तो बात ही छोड़ दें, 75 या 80 वर्ष से अधिक उम्र वाले मरीजों में छोटे-मोटे ऑपरेशन भी तकलीफदेह हो सकते हैं मगर दिल्‍ली में 105 वर्ष की उम्र के एक व्‍यक्ति का कुल्‍हे का ऑपरेशन किया गया है।

दिल्ली के अस्पताल में 105 वर्षीय एक वृद्ध के कूल्हे का प्रतिरोपण करने वाले डॉक्टर ने दावा किया कि वह इस तरह की सर्जरी से गुजरने वाले दुनियाभर में सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति हैं।

अस्थिरोग विशेषज्ञ कौशल कांत मिश्रा ने हाल ही में यह सर्जरी की। उन्होंने कहा कि वह पहले ही गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के लिए आवेदन दे चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘संबंधित मरीज अपने घर में शौचालय में गिरने के बाद चलने-फिरने में असमर्थ हो गए और उन्हें 19 जनवरी को हमारे अस्पताल में लाया गया। उसी दिन उनकी सर्जरी हुई। जब वह चलने फिर से समर्थ हो गए तो उन्हें 22 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।’ 

मध्य दिल्ली में प्राइमस अस्पताल के अस्थिरोग विभाग के प्रमुख ने कहा कि मरीज गुरबचन सिंह संधू छड़ी की मदद से घूमते-फिरते हैं और उनकी शारीरिक चुस्ती-दुरुस्ती से सर्जरी में मदद मिली।

उन्होंने कहा, ‘संधू अविभाजित पंजाब में भारतीय हिस्से में पैदा हुए थे और वह 1971 में सशस्त्र बलों से सुरक्षा अधिकारी के पद से सेवानिवृत हुए। 28 मार्च को वह 106 साल के हो जाएंगे। मैंने कूल्हे के प्रतिरोपण से संबंधित दुनियाभर की सर्जरी खंगाल डाली लेकिन मुझे इस ऑपरेशन से गुजरने वाला उनकी उम्र का कोई नहीं मिला।’ 

मिश्रा ने दावा किया कि वर्तमान विश्वरिकार्ड के अनुसार ब्रिटिश नागरिक जॉन रांडेल 102 साल की उम्र में कूल्हे का प्रतिरोपण कराने वाले ससबे वृद्ध व्यक्ति

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